B-NCAP : भारत में बनेंगी विदेशी क्वालिटी की कारें, India ने की NCAP की शुरुआत
B-NCAP : वाहन उद्योग ने मंगलवार को देश के पहले ‘वाहन टक्कर’ परीक्षण कार्यक्रम ‘भारत एनसीएपी’ की सराहना की। उद्योग ने कहा कि इससे देश में वाहन सुरक्षा मानकों को और बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। रेटिंग प्रणाली से ग्राहकों को खरीदारी के वक्त सोच-समझकर निर्णय लेने में मदद मिलेगी। मारुति सुजुकी इंडिया ने कहा कि वह पहले चरण में इस कार्यक्रम के तहत परीक्षण के लिए कम से कम तीन मॉडल पेश करेगी। दूसरी ओर हुंदै मोटर इंडिया, महिंद्रा एंड महिंद्रा और रेनो जैसी बाकी कंपनियों ने भी कार्यक्रम का पूरा समर्थन किया।
वाहनों के सड़क सुरक्षा मानकों में सुधार
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को भारत एनसीएपी (नयी कार मूल्याकंन कार्यक्रम) पेश किया। इसका मकसद 3.5 टन तक के मोटर वाहनों के सड़क सुरक्षा मानकों में सुधार करना है। मारुति सुजुकी इंडिया के कार्यकारी अधिकारी (कॉरपोरेट मामले) राहुल भारती ने एक बयान में कहा, ”भारत में पेश होने वाली सभी कारें सरकार के अनिवार्य सुरक्षा मानकों का पालन करती हैं और इसलिए सुरक्षित है। अतिरिक्त सुरक्षा चाहने वाले उपभोक्ताओं या अतिरिक्त सुरक्षा सुविधाओं की पेशकश करने वाले विनिर्माताओं के लिए भारत एनसीएपी (बीएनसीएपी) प्रणाली एक प्रामाणिक रेटिंग प्रणाली है। इसकी मदद से ग्राहक बेहतर जानकारी के साथ उपलब्ध विकल्पों में चुनाव कर सकेंगे।”
भारतीय कंपनियों ने किया स्वागत
उन्होंने कहा, ”मारुति सुजुकी सरकार की इस पहल का स्वागत करती है और पहले चरण में बीएनसीएपी परीक्षण के लिए कम से कम तीन मॉडल पेश करेगी।” हुंदै मोटर इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ अनसू किम ने बीएनसीएपी सुरक्षा पहल का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इससे सुरक्षा मानकों में बढ़ोतरी होगी और यह भारतीय सड़कों को सभी के लिए सुरक्षित बनाएगा। उन्होंने कंपनी की संपूर्ण उत्पाद श्रृंखला में उच्चतम सुरक्षा मानक मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्धता जताई।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि अब भारत खुद NCAP की मदद से अपनी गाड़ियों को सेफ्टी रेटिंग देने की प्रक्रिया शुरू करेगा। NCAP द्वारा दी गई सेफ्टी रेटिंग से यह पता चल सकेगा कि कौन सी गाड़ी बच्चों और बड़ों के लिए किस हालात तक सुरक्षित है और उनके सुरक्षा की जिम्मेदारी लेती है?
हाल ही में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने लंबे समय से इंतजार किए जा रहे भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (Bharat NCAP) की लॉन्चिंग कर दी है। देश में अब NCAP की लॉन्चिंग होने से भारत में ही गाड़ियों की सेफ्टी की जांच की जा सकेगी और उन्हें रेटिंग दी जा सकेगी और अधिक सुरक्षा रेटिंग वाली गाड़ियां भी तैयार की जा सकेगी।
इस प्रोग्राम को अक्टूबर 2023 तक देश के सभी हिस्सों में शुरू कर दिया जाएगा। कार क्रैश टेस्ट करने वाला अब भारत पांचवा देश बन गया है जबकि इससे पहले अमेरिका, चीन, जापान और साउथ कोरिया का नाम शामिल है। अब NCAP के लॉन्च होने के बाद ग्राहक भारत में बन रही गाड़ियों में से अपनी पसंदीदा गाड़ी चुन सकेंगे।
इसके साथ ही अब 3500 किलोग्राम तक की गाड़ियों के सुरक्षा मानकों के बारे में जागरूकता बढ़ाने में भी हमें सहायता मिल जाएगी। अब भारत में NCAP की लॉन्चिंग के बाद दुनिया के हर कोने में मेक इन इंडिया गाड़ियों की धूम पहले से ज्यादा देखने को मिलने लगेगी। जिससे अब भारत से अधिक गाड़ियां एक्सपोर्ट होने में मदद मिलेगी।
इसके साथ ही देश में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं और उनके नुकसान से भी बचने में हमें मदद मिल जाएगी। हालांकि सरकार द्वारा उठाये गए इस महत्वपूर्ण कदम को कई कार निर्माता कंपनियां जैसे Maruti, Hyundai, Mahindra, Tata और Toyota घरेलू ऑटो मार्केट और इंडस्ट्री को सही दिशा में ले जाने वाला कदम बता चुकी है।
अब भारत में ऑटोमोबाइल कंपनियों और ऑटोमोटिव इंडस्ट्री स्टैंडर्स (AIS) 197 के तहत भारत में लॉन्च हुए NCAP के तहत गाड़ियों को सेफ्टी स्कोर प्राप्त करने के लिए टेस्ट भी कर सकेगी। इसके अलावा NCAP देश के किसी भी शोरूम से गाड़ी को लाकर उसके सेफ्टी फीचर को चेक कर सकती है। ताकि पूरी सुरक्षा को ध्यान में रखा जा सके। इसके बाद ही NCAP द्वारा गाड़ियों को एडल्ट और चाइल्ड सेफ्टी रेटिंग दी जाएगी।